Wednesday 11 January 2012

khanik chintan

मिल जाते हैं मीत कहीं जाने अनजाने
फिर उनको अपना कोई माने न माने
समय बड़ा बलवान न जाने क्या कर बैठे
समय सुनाता रहता हर पल अपनी तानें |

Monday 2 January 2012

aashawadi chintan

                                    आशावादी चिंतन
      जीवन में अपेक्षाएं बहुत होती है, किन्तु अपेक्षाओं  का पूरा हो पाना  संभव नहीं है, ऐसे में आवश्यक यह है की हम किस प्रकार से अपने जीवन में समायोजन करते है, बिना समायोजन के कुशलतापूर्वक जीवन का सञ्चालन संभव नहीं है, सो जीवन में समायोजन के महत्व को जाने और जीवन में यथा संभव उत्कर्ष उत्कर्षप्ति करे.

Sunday 1 January 2012

shubhkamnayen

                            शुभकामनायें
तुम्हारी प्रेरणाएं हैं सृजन की कल्पनाएँ है
धरा पर स्वर्ग लाने के सपन हमने सजाये है
हमारी योजनाओं को तनिक विश्वास तो दे दो,
चलो आकाश  को छू ले  बहुत सम्भवनायें है |
                               - डॉ. सुधाकर आशावादी