Friday 31 August 2018

लेखन किसी की बपौती नहीं है . अनुभूतियाँ प्रत्येक प्राणी के पास हैं, किन्तु उनकी कुशल अभिव्यक्ति एक अच्छे साहित्यकार की पहिचान है .
- सुधाकर आशावादी

किसी की याद में मैं क्या लिखूं
खो गया हूँ आजकल उन्हीं में .