Wednesday 7 September 2016

चाहता हूँ देह के उपयोग से हो कुछ जगत कल्याण
निष्काम भावना हो निहित हर कर्म में इस देह के।
चाहता हूँ देह का उद्देश्य पूरा हो जगत में जैसे भी हो 
जिसकी खातिर देह मेरी अवतरित है इस धरा पर।
- सुधाकर आशावादी

Thursday 9 June 2016

अपने देश का प्रधान सेवक विश्व में भारत का डंका बजा रहा है , मगर अपने देश में कुछ लोगों की लंका लगी पड़ी है . बेचारे परेशान है कि विश्व में भारत का डंका पकिस्तान और उसके द्वारा समर्थित आतंकवाद की हवा क्यों निकाल रहा है ?
- सुधाकर आशावादी