Monday 4 February 2013

बज़ट का नाम लेकर हमको डराते क्यों हो 
जब बिना बज़ट के ही हमको लूट लेते हो ।
देश में अब किसको रहनुमा कहे अपना 
जिसे रहनुमा समझा वही रहजन निकला ।
- आशावादी 
किसी को अपना बना लो
या किसी के हो जाओ
जिंदगी के हसीन लम्हे
व्यर्थ न गंवाओं ।
- आशावादी 

Sunday 3 February 2013

देश के भावी प्रधानमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी का नाम प्रस्तावित होने की सम्भावना मात्र से ही सियासत के दिग्गजों में बौखलाहट शुरू हो जाती है, भाजपा भी धर्म संकट में हैं ,क्योंकि उसके भी कुछ दिग्गजों के पैरों तले से जमीन खिसक रही है । यदि मोदी का नाम प्रस्तावित हुआ तो अवश्य ही भाजपा का ग्राफ ऊपर जायेगा ,सो अधिक विलम्ब क्यों ...कम से कम सियासती चोरों से तो निजात मिलेगी ।
- सुधाकर आशावादी